
हमीरपुर, 27 अगस्त। हिमाचल प्रदेश की साहित्यिक धरोहर को एक और गौरव प्राप्त हुआ है। प्रदेश के प्रसिद्ध साहित्यकार और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक राजेंद्र राजन को इंडोनेशिया के बाली में आयोजित 25वें अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में सच्चिदानंद त्रिपाठी सृजन सम्मान से अलंकृत किया गया।
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन्हें हिंदी साहित्य के संवर्धन और साहित्यिक पत्रिका इरावती के माध्यम से हिंदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने हेतु प्रदान किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि और बाली के समाजसेवी पद्मश्री डॉ. उदयन ने राजेंद्र राजन को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और नकद राशि भेंट कर सम्मानित किया।
बल्ह गांव (हमीरपुर) के निवासी राजेंद्र राजन ने बाली से दूरभाष पर बताया कि यह सम्मान न केवल उनका व्यक्तिगत गौरव है बल्कि पूरे हिमाचल और हिंदी साहित्य जगत का भी सम्मान है। सम्मेलन के दौरान इरावती पत्रिका के कविता विशेषांक का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर देश-विदेश से कई प्रतिष्ठित साहित्यकार जैसे डॉ. सुमन बिष्ट, कृष्ण कुमार प्रजापति, जय प्रकाश सिंह, अंबिका चतुर्वेदी, डॉ. रत्ना सिंह और पुष्पा जोशी भी उपस्थित रहे। इस उपलब्धि से हिमाचल का नाम एक बार फिर वैश्विक स्तर पर रोशन हुआ है।
Rajendra Rajan Honored with Literary Award in Bali
Hamirpur, August 27 – Renowned Himachali writer and former Joint Director of Information & Public Relations, Rajendra Rajan, has been conferred with the prestigious Sachchidanand Tripathi Srijan Samman at the 25th International Hindi Conference held in Bali, Indonesia.
The award, presented by Padmashree Dr. Udayan, included a citation, memento, and cash prize. Rajan was recognized for his remarkable contribution to Hindi literature and for promoting the language globally through his literary magazine Iravati.
Speaking from Bali, Rajendra Rajan dedicated this honor to the people of Himachal and Hindi lovers worldwide.







